चिंगारी कोई भड़के, तो सावन उसे बुझाये सावन जो अगन लगाये, उसे कौन बुझाये पतझड़ जो बाग़ उजाड़े, वो बाग़ बहार खिलाये जो बाग़ बहार में उजड़े, उसे कौन खिलाये
恋の炎が燃え盛る、それはまるで魂から吹き出すよう 魂は叫び、愛の歌を奏でる、それはまるで心の奥底からの叫び 愛は心を溶かし、喜びと苦しみを同時に感じる、まるで燃え盛る炎のように 愛は心を支配し、それはもう止められない、魂の奥底からの叫び
हमसे मत पूछो कैसे, मंदिर टूटा सपनों का लोगों की बात नहीं है, ये क़िस्सा है अपनों का कोई दुश्मन ठेस लगाये, तो मीत जिया बहलाये मन मीत जो घाव लगाये उसे कौन मिटाये
愛の炎は燃え盛る、それはまるで心の奥底からの叫び 心を溶かし、喜びと苦しみを同時に感じる、それはもう止められない 愛は心を支配し、それはもう止められない、魂の奥底からの叫び
ना जाने क्या हो जाता, जाने हम क्या कर जाते पीते हैं तो ज़िन्दा हैं, न पीते तो मर जाते दुनिया जो प्यासा रखे, तो मदिरा प्यास बुझाये मदिरा जो प्यास लगाये उसे कौन बुझाये उसे कौन बुझाये
燃え盛る炎のように、愛は熱く、強く、抑えられない 愛は心を溶かし、喜びと苦しみを同時に感じる、それはもう止められない 愛は心を支配し、それはもう止められない、魂の奥底からの叫び
माना तूफाँ के आगे, नहीं चलता ज़ोर किसी का मौजों का दोष नहीं है, ये दोष है और किसी का मझधार में नैय्या डोले, तो माझी पार लगाये माझी जो नाव डुबोए उसे कौन बचाये हो, उसे कौन बचाये चिंगारी
燃え盛る炎のように、愛は熱く、強く、抑えられない 愛は心を溶かし、喜びと苦しみを同時に感じる、それはもう止められない 愛は心を支配し、それはもう止められない、魂の奥底からの叫び 燃え盛る炎のように、愛は熱く、強く、抑えられない